वीडियो वायरल: यूपी पुलिस ने एफआईआर से किया इंकार, प्रदर्शन करने पर सरेआम नंगा कर की पीटाई – राष्ट्रीय खबर
https://rashtriyakhabar.com/viral-video-up-police-denies-fir-publicly-perform-naked-pitai/3426/
दलितो के साथ होने वाले अपराधो को क्यों तवज्जो नहीं देता मीडिया? – बीइंग दलित
नगाड़े न बजाने पर दलित युवक को दी खौफनाक सजा – पंजाब केसरी
http://himachal.punjabkesari.in/shimla/news/sangal-rakcham-youth-beating-402874
महिला सरपंच ने दलित महिला से की घिनौनी करतूत, विडियो डाला सोशल मीडिया पर – पंजाब केसरी
ब्राह्मण प्रेमी ने दलित प्रेमिका संग ट्रेन के आगे कूदकर दी जान, शादी के खिलाफ थे घरवाले – दैनिक भास्कर
छेड़छाड़ का आरोपी शिक्षक सात दिन में गिरफ्तार नही हुआ तो आंदोलन करेंगे – दैनिक भास्कर
http://www.bhaskar.com/news/RAJ-OTH-MAT-latest-ringus-news-065051-2809420-NOR.html
‘सरकार दलित उत्पीड़न की घटनाएं रोकने में नाकाम’ – दैनिक भास्कर
http://www.bhaskar.com/news/RAJ-OTH-MAT-latest-balotra-news-023504-2806057-NOR.html
दो सूत्री मांगों को लेकर दलितों का प्रदर्शन आज – दैनिक भास्कर
http://www.bhaskar.com/news/RAJ-OTH-MAT-latest-balotra-news-023504-2806055-NOR.html
Please Watch:
A Voice for Dalit Women in India:
Ruth Manorama
Speaks Out Against Caste-Based Discrimination
https://www.youtube.com/watch?v=f1qHIL9_Cs4
Save Dalit Foundation:
Educate, agitate & organize! – Dr. Ambedkar.
Let us all educates to agitate & Organize to Save Dalit Foundation !
Please sign petition for EVALUATION of DF by click this link : https://t.co/WXxFdysoJK
राष्ट्रीय खबर
वीडियो वायरल: यूपी पुलिस ने एफआईआर से किया इंकार,
प्रदर्शन करने पर सरेआम नंगा कर की पीटाई
https://rashtriyakhabar.com/viral-video-up-police-denies-fir-publicly-perform-naked-pitai/3426/
ग्रेटर नोएडा: यूपी पुलिस की पोल खोलती एक वीडियो वायरल हो गई है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश में जनता पर अत्याचार करने के लिए कुख्यात यूपी पुलिस पर इस बार गंभीर आरोप लगे है। मामला यूपी के ग्रेटर नोएडा के दनकौर थानाक्षेत्र का है। दनकौर थाने के प्रभारी प्रवीण यादव पर आरोप लगा है कि थाने में शिकायत दर्ज कराने आए एक दलित परिवार की एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। जब परिवार ने इसका विरोध किया तो थाना प्रभारी ने महिला के साथ बदतमीजी और मारपीट की। साथ ही थाना प्रभारी ने दंपत्ति के बीच सड़क पर कपड़े फाड़ दिये।
बता दे कि सुनील गौतम निवासी अट्टा के साथ बुद्धवार शाम को लूट हो गयी थी । इसी मामले में गिरफ्तारी के लिए अपने परिवार के साथ दनकौर थाने गए थे । आरोप है कि तभी भीड़ देखकर थाना प्रभारी आग बबूला हो गए और गिरफ्तारी की मांग करने वालों के साथ मारपीट करते हुए महिला के साथ बदसलूकी की व कपडे फाड़ दिए। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पुलिस ने तीन महिलाओं सहित पांचों लोगों पर 307,232,323,147,148,353,294,394, 7 क्रिमिनल एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
बीइंग दलित
दलितो के साथ होने वाले अपराधो को क्यों तवज्जो नहीं देता मीडिया?
देश में सबसे ज्यादा अपराध दलितों के खिलाफ होते हैं। कभी दलितों को मन्दिर में जाने के कारण उस के सर कुल्हाड़ी से बार करके उसे ज़िन्दा जला दिया जाता है तो कभी किसी दलित बच्चे की पिटाई इस लिए करदी जाती हैं क्योंकि उसने मिड-डे मील की थाली को हाथ लगा दिया था। मध्य प्रदेश में तो एक दलित लड़की की पिटाई सिर्फ इसलिए करदी थी क्योंकि उसकी छाया ऊँची जाती के व्यक्ति के खाने पर पड़ गयी थी। में अपने इस ब्लॉग पर ऐसी कई घटनाओ को उल्लेख कर चूका हूँ।
दुःख की वात यह हैं की दलितों पर होने वाले इन अत्याचारों को देश के मीडिया में वो जगह नहीं मिलती जो वाकी चटपटी खबरों को मिलती हैं।अभी उत्तर प्रदेश में एक घटना घटित हुई है गौतम बुद्ध नगर के तहसील दादरी के गाँव बिसाहडा में एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या करदी थी। वह मामला देश के मीडिया में छाया रहा। इसी के चलते उत्तर प्रदेश के मुख्य मन्त्री अखिलेश सिंह यादव जी ने न्याय दिलाने व चालीस लाख की धन राशी देने का बादा किया है और सभी राजनैतिक पार्टीयो के नेता उनसे मिलने जा रहे है। मीडिया के कवरेज की वजह से शायद इस व्यक्ति को न्याय मिल जाये।
यूपी में ही कुछ दिन पूर्व एक 90 साल के दलित बुजुर्ग को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था। बुजुर्ग को सिर्फ इसलिए जला दिया गया क्योंकि वह मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। यह बात ना तो मिडिया ने दिखाई और ना ही राजनैतिक पार्टियो ने इसे ज्यादा तवज़्ज़ो दी क्योंकि मरने वाला दलित व्यक्ति था तथा इस मामले से देश के मीडिया को इतनी TRP नहीं मिलती। इसी तरह 2 अक्टूबर को जयपुर में दलित-आदिवासियों की आरक्षण के समर्थन में एक विशाल रैली थी जिसमें 5 लाख से भी अधिक लोगो ने हिस्सा लिया था लेकिन देश के किसी भी न्यूज़ चैनल ने इसे नहीं दिखाया।
मीडिया दलितों पर होने वाले अत्याचारों को क्यों अनदेखा करता हैं इसके कारणों पर विचार करना ज़रूरी हैं। सबसे पहला कारण हैं देश के प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दलितों और आदिवासियों का प्रितिनिधित्व निहायत ही काम हैं। देश के प्रमुख न्यूज़ चैनेलो में शायद ही कोई दलित या आदिवासी रिपोर्टर की पोस्ट पर होगा। सभी न्यूज़ चैनल देश के बड़े ओद्योगिक घरानो द्वारा चलाये जाते हैं जिन्होंने इनमें सवर्णो को भर रखा हैं। यही कारण हैं की मीडिया दलितों को कोई तवज़्ज़ो नहीं देता। दूसरा कारण हैं देश के मीडिया की ग्रामीण इलाको में पहुँच न के वाराबर हैं और दलित मुख्यत ग्रामीण इलाको में ही रहते हैं।
लेकिन सूचना तकनीकी में आई क्रांति ने दलितो पर होने वाले अत्याचारो के दुनिया के सामने लाना शुरू कर दिया हैं। Social मीडिया के विभिन्न रूप जैसे facebook, Whatsapp, twitter आदि ने हरेक व्यक्ति को पत्रकार बना दिया हैं। लोग अपने साथ होने वाले अत्याचारो को इन के माध्यम से समाज के सामने रख रहे हैं।
पंजाब केसरी
नगाड़े न बजाने पर दलित युवक को दी खौफनाक सजा
http://himachal.punjabkesari.in/shimla/news/sangal-rakcham-youth-beating-402874
सांगला: किन्नौर जिला के रक्छम गांव में बीती रात करीब 9 बजे दांख्यांग उत्सव के दौरान दलित जाति के एक युवक द्वारा मंदिर में ढोल-नगाड़े बजाने से मना करने पर मंदिर कमेटी अध्यक्ष सुंदर भगत व उसके साथियों ने उससे मारपीट की। इस मारपीट में टेक चंद को काफी चोटें आई हैं।
पुलिस थाना सांगला द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार दांख्यांग उत्सव के दौरान ग्रामीण मंदिर परिसर में नाच-गा रहे थे। इस बीच मंदिर कमेटी के प्रधान सुंदर भगत ने टेक चंद को ढोल-नगाड़े बजाने का फरमान सुना दिया। ढोल-नगाड़े बजाने के फ रमान को नकारने पर सुंदर भगत व उसके सहयोगियों ने टेक चंद की लात-घूंसों से पिटाई कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने बीच-बचाब कर टेक चंद को उनसे छुड़वा लिया। ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर परिसर में आए दिन दलित जाति के लोगों को ढोल-नगाड़े बजाने के लिए मजबूर किया जाता है। पुलिस थाना प्रभारी ओपी शर्मा ने बताया कि पुलिस ने सुंदर भगत के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
पंजाब केसरी
महिला सरपंच ने दलित महिला से की घिनौनी करतूत, विडियो डाला सोशल मीडिया पर
मोगा: गांव धूड़कोट कलां की महिला अकाली सरपंच, उसके लड़के और गांव के कुछ अन्य व्यक्तियों द्वारा गांव घल्लेके की दलित महिला और उसके परिजनों की मारपीट कर उनकी वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के मामले में चाहे पुलिस ने 15 अगस्त को महिला सरपंच सहित अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था परंतु अब तक पीड़ितों को कोई इंसाफ न मिलने के चलते आज पीड़ित महिला ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि कथित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो वह आत्महत्या कर लेगी।
जानकारी अनुसार गीता रानी को गांव धूड़कोट की अकाली महिला सरपंच सर्वजीत कौर, उसके बेटे विक्रम सहित गांव के कुछ अन्य व्यक्तियों ने मारपीट कर उसे बेइज्जत करते हुए उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दी थी। इस मामले के नैशनल स्तर पर मीडिया में आने के बाद अनुसूचित जाति कमीशन भारत सरकार के उप चेयरमैन डा. राजकुमार वेरका ने जहां पुलिस को कथित आरोपियों के खिलाफ एस.सी.एस.टी. एक्ट लगाने के निर्देश जारी किए थे, वहीं जिला पुलिस मुख्य मोगा सहित उच्च अधिकारियों को चंडीगढ़ में भी तलब किया था। पीड़िता महिला गीता रानी ने आज पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए बताया कि 2 महीने बीतने के बावजूद भी कथित आरोपी सरेआम घूम रहे हैं।
इस मामले संबंधी डी.एस.पी. निहाल सिंह वाला जतिंदर सिंह से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि महिला सरपंच द्वारा इस मामले में दोबारा से जांच के लिए अपील की गई है, जिसके चलते उच्च अधिकारियों द्वारा इस मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। इसी कारण ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई।
दैनिक भास्कर
ब्राह्मण प्रेमी ने दलित प्रेमिका संग ट्रेन के आगे कूदकर दी जान, शादी के खिलाफ थे घरवाले
जालौन. एट इलाके के गांव पिंडारी के पास शुक्रवार को एक प्रेमी जोड़े ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि युवक ब्राह्मण था और अपनी दलित प्रेमिका से शादी करना चाहता था, लेकिन घरवालों को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था। ऐसे में दोनों ने एक साथ खुदकुशी कर ली।
ये है पूरा मामला
एट इलाके के पिंडारी गांव में मिश्रित आबादी है। यहां के आशीष मिश्र का गांव की ही रहने वाली पिंकी अहिरवार के साथ काफी दिनों से अफेयर चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे। जानकारी के मुताबिक, लड़के के घरवाले एक दलित लड़की से उसकी शादी नहीं कराना चाहते थे। युवती के घरवालों को भी इस रिश्ते से ऐतराज था। दोनों परिवारों ने प्रेमी जोड़े के मिलने-जुलने पर पाबंदी लगा दी थी। इससे परेशान होकर शुक्रवार को दोनों ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
क्या कहती है पुलिस
एट एसओ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का ही था। घटना की जांच की जा रही है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उनके घरवालों से भी पूछताछ की जा रही है।
दैनिक भास्कर
छेड़छाड़ का आरोपी शिक्षक सात दिन में गिरफ्तार नही हुआ तो आंदोलन करेंगे
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रींगस | युवाअंबेडकर मंच युवा सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में गुरुवार को महरोली ग्राम में जनसभा हुई। इसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया गया कि छेड़छाड़ के आरोपी शिक्षक को सात दिन में गिरफ्तार नहीं किया गया तो श्रीमाधोपुर अजीतगढ़ में आंदोलन किया जाएगा। नरेंद्र महरोली ने बताया कि कल्याणपुरा ग्राम में सरकारी विद्यालय के शिक्षक ने दलित छात्रा के साथ छेड़छाड़ की। आरोपी को बचाने के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि लगे हुए हैं तथा बार-बार दलित परिवार के सदस्यों पर राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है। अन्याय करने वाले शिक्षक को छोड़ा नहीं जाएगा। इससे पहले बबलू रछौया, जोधाराम, बुद्धिप्रकाश, अनिल, उपेंद्र आदि ने आरोपी को सजा दिलवाने की मांग की।
दैनिक भास्कर
‘सरकार दलित उत्पीड़न की घटनाएं रोकने में नाकाम’
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पूर्वसरपंच पोलाराम मेघवाल हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिया गया धरना गुरुवार को सातवें दिन भी जारी रहा।
धरने के दौरान संघर्ष समिति के संयोजक भैरूलाल नामा ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। दलित उत्पीड़न की घटनाएं रोकने में सरकार असफल रही है। समिति सदस्य हुकमाराम राठौड़ ने कहा कि प्रशासन हमारी परीक्षा ले रही है, आने वाले समय में सरकार को जवाब देने को तैयार होना होगा। दलित अत्याचार निवारण समिति के संयोजक ओमप्रकाश देपन ने कहा कि हमें आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार रहना चाहिए। इस दौरान पन्नालाल प्रेमी, बुधाराम बारूपाल, हुकमाराम राठौड़, श्याम डांगी, दिनेश भाटिया, सोनाराम जाटोज, हड़मानाराम असाड़ा, किशन नारायण तीरगर, सायर बौद्ध, सकाराम भील, मोतीलाल पारंगी, राणाराम पारंगी, खीमाराम पाछल, नरपत बारूपाल, राणाराम सहित कई जने मौजूद थे। धरने के दौरान मुख्यमंत्री राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजे।
कल्याणपुर.मेवानगरगांव में हुए पूर्व सरपंच पोलाराम हत्याकांड श्रवणसिंह आदि के साथ हुए हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मेघवाल युवा संगठन के पदाधिकारियों ने राज्यपाल के नाम उप तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज कर घायलों गवाहों के बयानों के आधार पर मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। आरोपी खुले आम घूम रहे हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से दलित राजपूत समाज में रोष व्याप्त है।
बालोतरा. ज्ञापन सौंपने के लिए एसडीएम ऑफिस में जाते धरनार्थी।
दैनिक भास्कर
दो सूत्री मांगों को लेकर दलितों का प्रदर्शन आज
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बाड़मेर | दलितअत्याचार निवारण समिति के बैनर तले दो सूत्री मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को प्रदर्शन किया जाएगा। दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर तले समाज के लोग पुलिस प्रशासन सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अटल सेवा केन्द्र के बाहर पहुंचे जहां कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक जनसुनवाई कर रहे थे। उस दौरान कलेक्टर ने समिति के प्रतिनिधि मंडल काे बुलाया। जिला संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि तालसर सरपंच, हाथमा दुष्कर्म प्रकरण बालोतरा में पोलाराम हत्या प्रकरण के बारे में वार्ता हुई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निष्पक्ष कार्रवाई जारी है। कलेक्टर ने भी आश्वस्त किया कि सभी प्रकरणों पर जल्द कार्यवाही होगी। धरना स्थल पर जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल ने पहुंचकर पीड़िता के हालचाल जाने। धरना स्थल पर भील समाज के जिलाध्यक्ष भूराराम भील सहित समाज के कई लोग मौजूद थे।
News Monitored by Kuldeep Chandan & Kalpana Bhadra